♣️आरोपियों ने घटना से पहले लड़के को भी बेरहमी से पीटा, फिर उसे मौके से भगा दिया
♣️ परिजन रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचे तो उन्हें प्रधान से कहकर पंचायत बुलाने को कहा गया
♣️ परिजन का आरोप, पंचायत ने उन पर दबाव डालकर लड़की का अंतिम संस्कार करा दिया
♣️ घटना के तीन दिन बाद मामला सामने आने पर पुलिस ने लड़की का शव कब्र से निकलवाया
रांगा :- थाना इलाके में नाबालिग लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। पांच लड़कों ने पहले तो लड़की के साथ रेप किया, इसके बाद उसकी हत्या कर शव उसके ही मकान के छज्जे पर रखकर भाग निकले।
परिजन थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनसे गांव के प्रधान से मुलाकात कर पंचायत में मामला सुलझाने के लिए कहा। पंचायत में दबाव डालकर परिजन से लड़की का अंतिम संस्कार करा दिया गया।
घटना शुक्रवार यानी 9 अक्टूबर की है। मीडिया के सामने मामला आने के बाद सोमवार शाम तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों में तीन नाबालिग हैं। एक आरोपी लड़की का पूर्व प्रेमी है। मंगलवार को पीड़ित लड़की का शव कब्र से निकाला गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचाया गया है।
मेला देखने गई थी लड़की
लड़की लखीपुर तियू टोला की रहने वाली थी। पास के गांव होती में फुटबॉल मैच के दौरान मेला लगा था। वह और उसकी सहेली मेला देखने गईं थी। इसी दौरान लड़की को उसके पूर्व प्रेमी ने किसी और लड़के के साथ देख लिया। इसके बाद पूर्व प्रेमी ने अपने चार साथियों के साथ लड़की और उसके साथ मौजूद लड़के को पकड़ लिया। सहेली भागने में कामयाब रही।
आरोपियों ने लड़के के साथ मारपीट की और फिर उसे मौके से भगा दिया। लड़की को मेले से दूर सुनसान इलाके में ले जाकर रेप किया। इसके बाद उसकी हत्या कर शव तालझारी गांव के पास ही लालमाटी खदान में बोरी में बंद कर फेंक दिया। दूसरे दिन शनिवार को लड़की का शव मिला तो ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी देने के बजाय आरोपियों से शव हटाने को कहा।
इस पर देर शाम आरोपी पीड़ित के नए बने मकान के छज्जे पर उसका शव रख आए। इधर, सहेली लड़की के परिजन को घटना की जानकारी दे ही चुकी थी। परिजन लड़की को तलाश कर रहे थे। रविवार सुबह उन्होंने बच्ची का शव देखा तो सीधे रांगा थाने पहुंचे। परिजन का आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पंचायत में भी उन्हें न्याय नहीं मिला।
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद एसपी ने कार्रवाई के आदेश दिए
शुरूआत में मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई। लेकिन, मीडिया के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। साहेबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के संज्ञान में मामला आया तो उन्होंने बहरवा एसडीपीओ प्रमोद मिश्रा को घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। मंगलवार को पुलिस की अनुशंसा पर राजमहल के एसडीओ ने मजिस्ट्रेट की देखरेख में पीड़िता के शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचाया है।
पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि पुलिस मामले को गंभीरता से लेकर जांच कर रही है। दुष्कर्म की बात कही जा रही है। पोस्टमाॅर्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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